Skip to main content

क्या होता है क्रेडिट कार्ड...किस-किस केलिए फायदेमंद है क्रेडिट कार्ड ..... शायद आप केलिए भी हो !!!

 क्रेडिट कार्ड लेने जा रहे हैं तो जान ले पुरी जानकारी एकही जगह और एक ही क्लिक पर 

    दोस्तों आप तो क्रेडिट कार्ड के बारे अक्सर सुनते है और काफी लोग तो जानते भी होंगे और इस्तेमाल भी करते होंगे, लेकिन फिर भी क्या आप क्रेडिट कार्ड के बारे में आपको पूरी और सही  जानकारी है ?  

    यूट्यूब जैसी साइट पर ढेर सरे वीडियो भरे पड़े है जो आपको  क्रेडिट कार्ड के बारे में शिक्षित करने का दवा करते है लेकिन मेरी बात मन लो तो आप देख पाएंगे  के यह वीडियो सिर्फ किसी एक मुद्दे पर ही केंद्रित रहता है और आप को पूरी जानकारी नहीं मिल पाती।

   आखिर यूटूबर के द्वारा दिया जानेवाला सुझाव हमें किसी ठोस निर्णय पर नहीं पहुँचाता। इसीलिए  आप ये आर्टिकल पढ़े तो आप इसमें से क्रेडिट कार्ड के और उसके इस्तेमाल के बारे में एक ही समय में पूरी तरह से शिक्षित हो जायेंगे ; तथा आपको सही निर्णय लेने में कोई परेशानी नहीं होगी। 

क्या है क्रेडिट कार्ड 

१. क्रेडिट कार्ड एक प्लास्टिक का स्मार्ट कार्ड होता है जैसे की हमारा एटीएम (ATM) कार्ड ; लेकिन इस पर स्पष्टः क्रेडिट कार्ड ( CREDIT CARD ) उल्लेखित किया  होता है. उदहारण के तौर पर आगे एक्सिस बैंक का क्रेडिट कार्ड  दिखाया गया है जो उनकी अधिकृत वेबसाइट से लिया है. 

 सौजन्य : एक्सिस बैंक अधिकृत वेबसाइट 

२. इसे  बैंकिंग क्षेत्र में एक फाइनेंसियल इंस्ट्रूमेंट माना गया है.

३.  इसमें बैंक की तरफ से विशिष्ट रकम का बैलेंस उपलब्ध कराया दिया जाता है जैसे की आपके मोबाइल के प्रीपेड रिचार्ज में होता है. जैसे  आप इस्तेमाल करते हो वैसे उपलब्ध राशि सिमा  काम होती  जाती  है.  

४. इसका इस्तेमाल आप उस हर जगह कर सकते है जहा भी डेबिट याने एटीएम कार्ड का किया जाता है. 

५. इसमें निचे दी गयी कुछ विशेषताएं होती है जिससे यह कार्ड बाजारों में दैनिक व्यवहार  करनेहेतु  तथा ऑनलाइन लेन -देन में सुरक्षा के दृष्टिकोण से सक्षम होता है. 


६. इसका इस्तेमाल करने केलिए एक अवधि (Billing Cycle ) दिया जाता है जो ३० दिन का होता है, और उसका देयक (Bill) ३१ वे दिन हमें ईमेल, डाक, और SMS  द्वारा रजिस्टर पते पर प्राप्त होता है.

७. यह बिलकुल पोस्टपेड मोबाइल बिल के जैसा होता है जिसे हमे ३१ वे दिन से लेकर ५० वे दिन तक भरना होता है.

८. कुछ क्रेडिट कार्ड प्रदानकर्ता बैंक निःशुल्क क्रेडिट कार्ड सुविधा उपलब्ध कराते  है तो कुछ वार्षिक शुल्क भी लागु करते है जो कम  से कम  Rs. ५००/- अधिक जीएसटी १८% हो सकता है.

क्रेडिट कार्ड कहाँ इस्तेमाल कर सकते है 


१ .क्रेडिट कार्ड शॉपिंग मॉल, दुकान - ग्रोसरी स्टोर , होटल्स,  फ्यूल स्टेशन्स , स्वैप - POS मशीने आदि जैसे जगहों पर किया जाता है .





२. तथा इसे ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट, बिलिंग या पॉलिसी  प्रिमियम और मूवी टिकट जैसे कई तरह के  पोर्टल्स, पर ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है. 





३. किसी भी  एंटरटेनमेंट ऐप जैसे की  ZEE  5, Amazon  Prime , Hotstar ;  या ऑनलाइन सर्विस जैसे  सब्सक्रिप्शन एक्टिवेट  करने केलिए इस्तेमाल किया जाता है.








क्रेडिट कार्ड कैसे इस्तेमाल किया जाता  है

क्रेडिट कार्ड मार्केट में कैसे इस्तेमाल किया जाता है  :

मार्केट में क्रेडिट कार्ड सिर्फ स्वैप - POS  मशीन के द्वारा ही इस्तेमाल किया जाता है. इसे कार्ड का ऑफलाइन इस्तेमाल भी कहा जा सकता है.  दुकानदार को कार्ड पेमेंट बताकर मशीन केलिए पुछे, उसके बाद क्रेडिट कार्ड मशीन में स्वैप करे और अपना पिन दर्ज करे. अगर आप मशीन में कार्ड इस्तेमाल नहीं करना चाहते हो तो फिर आप कार्ड POS मशीन पर टच करने मात्र से ही  भुगतान कर सकते है. इस स्थिति में पिन जरुरी नहीं होता ; लेकिन इसलिए आपका कार्ड RFID याने वायरलेस टेक्नोलॉजी का होना चाइये जो हालाँकि फिलहाल  सब प्रदानकर्ता बैंक उपलब्ध कराते है. 

* क्रेडिट कार्ड का वायरलेस फंक्शन इस्तेमाल करने केलिए विशिष्ट राशि सिमा निश्चित की जाती है याने अगर आपके कार्ड की वायरलेस भुगतान राशि सिमा २०००/- है तो आप २०००/- के तक के भुगतान वायरलेस फंक्शन का निस्टेमाल करके बिना पिन डालें ही चंद  सेकंड में कर सकते है.  कार्ड की वायरलेस भुगतान फंक्शन और राशि सिमा आप अपने क्रेडिट कार्ड के ऐप द्वारा मैनेज कर सकते है.

** क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से मशीन द्वारा पेमेंट करने केलिए  दुकानदार आपको देयक राशि पर २% का सर्विस चार्ज मांग सकता है. यह चार्ज दुकानदारकी बैंक मशीन द्वारा किये जानेवाले भुगतान का कमीशन या चार्ज होता है जो ऐसे ट्रांसेक्शन की  सुविधा (Infrastructure) उपलब्ध कराती है. जो दुकानदार को उसके बैंक को अदा करना पड़ता है. 

क्रेडिट कार्ड ऑनलाइन या वेबसाइट  में कैसे इस्तेमाल किया जाता है  :

इसे कार्ड का ऑनलाइन इस्तेमाल भी कहा जाता है. किसी भी वेबसाइट पर भुगतान करने केलिए भुगतान करें  (Pay Now) का ऑप्शन दिया होता है जिस पर क्लिक करनेपर हमे संबंधित वेबसाइट कंपनी के भुगतान पेज याने मर्चण्ट पोर्टल जिसे पेमेंट गेटवे (Payment Gateway) कहा जाता है, पर ले जाया जाता है. इस पेजपर वेबसाइट कपनी जिस बैंक से जुडी है उस बैंक का भुगतान पेज दिखाई देता है. इसपर हमे कार्ड पर उल्लेखित कार्ड नंबर उसकी वैधता दिनांक , कार्डधारक का नाम और सीवीवी क्रमांक आदि टाइप करना है. उसके बाद आपको कार्ड से रजिस्टर किये हुए मोबाइल नंबर पर एक OTP प्राप्त होता है जिसे आपको पेमेंट गेटवे पेज  के OTP Block में डालकर भुगतान की प्रक्रिया पूरी करनी है. 



* इस प्रक्रिया के दौरान ब्राउज़र को रिफ्रेश न करे. तथा अगर आप OTP नहीं प्राप्त होने की स्थिति में आप RESEND OTP  ऑप्शन का इस्तेमाल कर सकते है.
**भुगतान प्रक्रिया के दौरान अगर किसी भी तांत्रिक आपदा के कारण भुगतान प्रक्रिया पूरी नहीं हुए बिना ही आपको कार्ड से पैसे भुगतान होने का SMS  प्राप्त होता है तो इस स्थिति में आपको घबराने की जरुरत नहीं है. आप कार्ड प्रदानकर्ता बैंक या संबंधित वेबसाइट के कस्टमर केयर से  संम्पर्क करे. जिससे वो उस राशि को पुन:प्रदान (Reverse ) या अग्रेषित (फॉरवर्ड ) करने में सहायता करेंगे।

क्या क्रेडिट कार्ड से पैसे निकाले जा सकते है ?

 हाँ.....
अति आवश्यक समय पर  क्रेडिट कार्ड एटीएम मशीन में इस्तेमाल कर के आप पैसे भी निकाल सकते है,  लेकिन प्रदानकर्ता (Issuer Bank ) बैंक ने निश्चित कि हुयी मर्यादित राशि को ही आप निकल सकते है. 

अगर आपके कार्ड की क्रेडिट लिमिट १ लाख रुपये हो तो नगद निकासी (Cash  Withdrwal ) मर्यादा कम  से कम  ५००० रुपये या ज्यादा से ज्यादा २०००० हो सकती है. यांने आपके पुरे क्रेडिट लिमिट के ५% से २०% होता है. इसका मतलब यह है कि आपके क्रेडिट कार्ड में से आप पूरी १ लाख की राशि ऑफलाइन और ऑनलाइन तरीकेसे इस्तेमाल कर सकते है लेकिंन अगर नगद निकासी करनी हो तो आप २०००० से ज्यादा नहीं कर सकते है. 

ध्यान में रखिये आप जितनी नगद निकासी करते है उतना क्रेडिट लिमीट आपकी कार्ड से कम होती जाती है. 
यह इस तरह से होगा - 
अगर आप आपके कार्ड से १००००/- रुपये नगद निकासी करते है तो आप कार्ड से फिर भी ९००००/- रुपये तक की ऑफलाइन और ऑनलाइन शॉपिंग कर सकते है.  इस ९००००/- रुपयोंकी लिमिट में नगद निकासी की स्थिति में आप अब सिर्फ और १००००/- ही  निकाल सकते है. 

इस राशि पर प्राप्त किये दिन से ही ब्याज शुरू होता है. जो सालाना ४८% तक भी जा सकता है. तथा बैंक इसे वैयक्तिक कर्ज स्वरूप मानकर उसे कर्ज  सेवा प्रदान करने हेतु उस राशि पर  कुल १८% GST लागु करता है.

क्रेडिट कार्ड कैसे प्राप्त कर सकते है ?

आजकल तो क्रेडिट कार्ड मिलना बहुत ही आम हो गया है. आपको क्रेडिट कार्ड पाने केलिए खास मेहनत नहीं करनी पड़ती है. आपको क्रेडिट कार्ड ऑफर्स के फोन कॉल्सआते है तो उन्हें प्रतिसाद दे और उनकी कागजाति प्रक्रिया को सहयोग करे.

जिस बैंक का का आप क्रेडिट कार्ड पाने केलिए इच्छुक है उस बैंक के नजदीकी शाखा या फिर अधिकृत वेबसाइट को भेट करे.

शॉपिंग मॉल या एक्सपो में लगे क्रेडिट कार्ड कैम्प में संपर्क करे.

* ध्यान दे कि क्रेडिट कार्ड पाना आसान होने बावजूद यह हर किसी को नहीं मिलता उसे संबंधीत बैंक की पात्रता घोषणा और शर्ते पूरी करनी पड़ती है तभी आप ये सुविधा प्राप्त कर सकते है. यह इसलिए होता है की क्रेडिट कार्ड धारक देयक (Outstanding Bill ) चुकाने केलिए सक्षम है यह विशवस बैंक कर सके ताकि बैंक का आर्थिक नुकसान न हो.

क्रेडिट कार्ड केलिए दस्तऐवज (Documents) और पात्रता घोषणा की शर्ते 

हाल के दिनों में ऑनलाइन फ्रॉड या साइबर क्राइम में हुयी बढ़ोतरी को ध्यान में रखते हुए यह जान लेना जरुरी  है कि क्रेडिट कार्ड  पाने की प्रक्रिया में कहा तक व्यक्तिगत जानकारी साझा करना ठीक है.

क्रेडिट कार्ड का आवेदन प्रक्रिया के लिए : 
आयडी प्रूफ और एड्रेस प्रूफ के तौर पर आवेदक का अनिवार्यत:  पैन (PAN -Permanent Account Number ) के आलावा आधार कार्ड, पासपोर्ट , मतदान पत्र , ड्रायविंग लायसन्स, रेशन कार्ड,  बिजली बिल, टेलीफोन बिल, बैंक स्टेटमेंट आदि में से एक ही कागजात की जरुरत  होती है.  इसके आलावा आपसे कोई भी कागजात की जरूरत नहीं होती।

इन दस्तऐवज के आधार पे आवेदक का दस्तावेजी सत्यापन  (Documental Verification) किया  जाता है. उसके बाद जरुरी पड़ाव है आपका आर्थिक रिकार्ड (Financial Record); जिसे कार्ड प्रदानकर्ता बैंक के पात्रता घोषणा की शर्ते पूरी करनी पड़ती है. 

प्रदानकर्ता बैंक सिबिल जैसे कंपनी से आपका बैंक रिकॉर्ड , कर्ज खाता रिकार्ड ,  क्रेडिट कार्ड रिकार्ड प्राप्त करता है और आपका आर्थिक गुणांक (Finance Score / CIBIL Score ) का सत्यापन करता है।  

ध्यान दे की प्रदानकर्ता बैंक सिर्फ यह निश्चित करना चाहती है की जिस ग्राहक को क्रेडिट कार्ड चाहिए वह किसी विशिष्ट स्थान का निश्चित रूप से रहिवासी हो; वह घुमंन्तु न हो तथा उसकी आर्थिक बाजार में छबि एक सक्षम और ईमानदार भुगतानकर्ता की  हो जिसने कभी किसी आर्थिक संस्था का देयक डुबाया न हो.

आर्थिक गुणांक (Finance Score / CIBIL Score ) आपकी आर्थिक बाजार की छबि प्रमाणित करती है. यह गुणांक ३०० से ९०० तक नापा  जाता है और बैंक क्रेडिट कार्ड धारक केलिए ७५० गुणांक की शर्त रखती है.


प्रदानकर्ता बैंक आपकी 
आर्थिक एहसियत को ध्यान में रखते हुए एक निश्चित राशि मर्यादा तक का  क्रेडिट कार्ड प्रदान करता है. यह मर्यादा आपके समय समय पर किये जाने वाले देयक भुगतान, आर्थिक बाजार में आपकी सुधरी हुयी एहसियत, बढ़ी हुयी आय और प्रमाणिकता आदि जैसे कई मापदंडोको ध्यान में रखते हुए बढ़ाई  भी जाती है.

क्रेडिट कार्ड की देयक (Outstanding Bill Payment) भुगतान प्रक्रिया 

यह देयक बिल हम प्रदानकर्ता  बैंक के अधिकृत वेबसाइट से और ऐप से , 

फ़ोन पे (PhonePE ), जी पे (GPay ), अमेजॉन पे (Amazone  Pay ) जैसे थर्ड पार्टी (Third Party Service Provider)

कुछ ऐसे ऐप जो क्रेडिट कार्ड के बिल भुगतान केलिए बने है से  जैसे क्रेड ऐप (CRED) , 

और बैंक में चेक या नकद के रूप में जमा करके भुगतान किया जा सकता है.

सम्बंधित क्रेडिट कार्ड का देयक बैंक में जमा करने केलिए इन तरीकोंको अपनाने से कम से कम 3० मिनट और ज्यादा से ज्यादा ३ कार्यकारी दिन (Working Days) का समय लगता है. 

इन सब विकल्पोंमे से सबसे आसान और तेज विकल्प आगे दिए हुए अनुक्रम में है -

१. प्रदानकर्ता  बैंक के अधिकृत वेबसाइट से और ऐप से या नकद के रूप में जमा करके - (१५ मिनट)
२. कुछ ऐसे ऐप जो क्रेडिट कार्ड के बिल भुगतान केलिए बने है से  (CRED) - (६० मिनट )
३. फ़ोन पे (PhonePE ), जी पे (GPay ), अमेजॉन पे (Amazone  Pay ) या UPI  ऐप से - (६० मिनट से लेकर  २ दिन )
४. बैंक में चेक जमा करके  - (१ से ३ कार्यकारी  दिवस )

ध्यान दे की अगर आप बिल के अंतिम तारीख को भी बिल अदा करते है तो ऐसे में आपके भुगतान को अगर २ दिन लग भी जाये तो भी आपको बिल देर से भरने की शुल्क और ब्याज का नियम लागु नहीं होता है. लेकिन इसलिए आपको बिल का भुगतान की प्रक्रिया ज्यादा से ज्यादा आखिरी दिन के कार्यकारी घंटों में (Working  Hours) करने का ध्यान रखना होगा।

क्या हो सकता है अगर क्रेडिट कार्ड का देयक भुगतान न कर पाए   ?

बिल अदा करने में निश्चित दिनांक से देरी होने पर या न करने पर  देयक  (Outstanding Due / Bill ) पर निश्चित अंक का ब्याज अवधि (Billing  Cycle ) के १ ले दिन से ही लागु किया जाता है. 

साथ में देयक भुगतान में देरी करने केलिए आर्थिक स्वरूप में  दंड भी लागु किया जाता है. 

अगर आप क्रेडिट कार्ड के पुरे देयक राशि को फ़िलहाल भुगतान करने में असमर्थ है तो आप न्यूनतम देयक राशि (Minimum  Due) का भुगतान करके आप उपरोक्त उल्लेखित विलम्ब शुल्क से बच सकते है. 

यह न्यूनतम देयक राशि आपके कुल देयक के ५% तक होता है. जैसे अगर आपका देयक Rs .५०००/- हो तो आपकी न्यूनतम देयक Rs . २५०/- के आसपास हो सकता है.

इसके बावजूद जो  प्रलंबित देयक (Pending Due / Outstanding Bill) आप समय पर अदा नहीं कर पाए है  उसे  क्रेडिट कार्ड प्रदानकर्ता बैंक देयक के अंक को आपको दिया हुआ वैयक्तिक कर्ज स्वरूप मानकर अवधि (Billing  Cycle) के १ ले दिन से निश्चित अंक का ब्याज लागु करता है तथा कर्ज सेवा प्रदान करने हेतु उस राशि पर  कुल १८% GST भी लागु करता है.

उपरोक्त उल्लेखित दंड तथा शुल्कोसहित कुल देयक आपके अगले अवधि के देयक में समाविष्ट किया जाता है और यह दंड तथा शुल्क का चक्र समायोजित के पूर्ण भुगतान करने तक चलता रहता है जो आपको आर्थिक रूप से कमजोर बना सकता है. 

आगे पढ़े 

फिर क्रेडिट कार्ड कैसे फायदेमंद साबित हो सकता है 

क्रेडिट कार्ड से कैसे पैसे और इज्जत बचा सकते  है 

क्रेडिट कार्ड लेना कितना और किसके लिए सही और गलत 

ऐसे अनेक प्रश्नों का सही और स्पष्ट उत्तर 


क्रेडिट कार्ड के बारे में अधिक जानकारी केलिए या फिर किसी भी प्रश्न केलिए आप कमेंट  छोड़ दे आपको त्वरित उत्तर देने का प्रयास करेंगे। आपको लेख कैसे लगा ये भी आप हमें कमेंन्ट में बता सकते है.


ऊपर दी गयी क्रेडिट लिमिट , ब्याज दरें , नियम, आर्थिक दंण्ड , पात्रता घोषणा , भुगतान के नियम और विधि में  बैंक अनुसार विविधता हो सकती है ; यह लेख सिर्फ जानकारी स्वरूप मात्र है. यह लेख बैंक के नियम और शर्ते प्राथमिकता से अवलोकन करने और अनुपालन करने का अनुरोध करते है.
** इस लेख में निर्देशित किये हुए सभी सूचनाएं या नियम और अंक प्रतिनिधिक हैहै वाचकांसे अनुरोध है के क्रेडिट कार्ड प्राप्त करते समय संबंधित बैंक से प्राप्त प्रिंटेड मार्गदर्शिका पुस्तिका का वचन करे तथा कुछ शंका उपस्थित  होने पर प्रदानकर्ता बैंक से संपर्क करे.



















Comments

Popular posts from this blog

चाहे आप कितने भी हेल्थी डायट करते हो...इनके बिना आपका दिल और फेफड़े सेहतमंद नही हो सकते !!!

नमस्कार  बंधुजन,            आज हम साथ आये है एक नए विषय पर जहा अपने सेहत  (Health) को लेकर संवेदनशील रहनेवाले (Health Conscious) हर क्लास से लेकर अप्पर क्लास के फैमिलीज़ की लाइफस्टाइल को आरोग्य के प्रति संवेदनशीलता को पूर्ण रूप से जागरूक बना सके। हम सभी जानते है की अगर ज़िन्दगी के हर पल का मजा लेने के लिए एक अच्छी सेहत होनी काफी ज़रूरी है।            देखा जाये तो  हमारी भागदौड़ की ज़िन्दगी में अपनी सेहत का ख्याल रखना पहले से काफी हद तक आसान और उतना ही मुश्किल भी हो गया है। आप सोच रहे होंगे आसान और मुश्किल एकसाथ कैसे हो सकता है ; लेकिन बंधुजन यह सच है क्योंकि अगर आप गौर करे की लोगोंकी आमदनी पहले से ज्यादा थोड़ी बढ़ गयी है तो प्रभावी तथा महंगे इलाज तक पहुंच बना रहे है।  साथ ही में इंटरनेट की वजह से काफी लोग अपनी सेहत के बारे में जागरूक होते जा रहे है। विविध एप (Apps) और वेबसाइट और हेल्थ आर्टिकल्स के द्वारा नयी और पुरानी बिमारी के बारे में समय पर संज्ञान हो जाता है तथा उनकी गंभीरता को जानकर समय पर इलाज होना संभव हो गया है। आज हमें दवाएं (Medicines) , ऑर्गेनिक सब्जी (Organic Vegies), डाइट फ्रूट (

क्या है सेंट्रल विस्टा (Central Vista) ....जानिए नए संसद भवन (New Indian Parliament Building ) के परियोजना तथा लगत के बारे में बारे में....

  CENTRAL VISTA REDEVELOPEMNT PLAN - सेंट्रल विस्टा जीर्णोद्धार परियोजना   भारत सरकार  द्वारा प्रायोजित,  राष्ट्रपति भवन और इंडिया गेट के बीच 3 किमी लंबे राजपथ   के किनारे स्थित  भारत  की राजधानी  नई दिल्ली  के केंद्रीय प्रशासनिक क्षेत्र, जिसे  "सेंट्रल विस्टा"  कहा जाता है, को पुनर्जीवित करने के लिए चल रही पुनर्विकास परियोजना है इसमें मौजूदा कुछ इमारतों में कोई बदलाव नहीं होगा तो कुछ को किसी और काम में इस्तेमाल किया जाएगा, कुछ को रिनोवेट किया जाएगा तो कुछ को गिराकर उनकी जगह नई इमारतें बनाई जाएंगी। इन इमारतों में कोई बदलाव नहीं होगा:  राष्ट्रपति भवन, इंडिया गेट, वॉर मेमोरियल, हैदराबाद हाउस, रेल भवन, वायु भवन रि-डेवलपमेंट प्रोजेक्ट का हिस्सा नहीं हैं। ये इमारतें नई सिरे से बनेंगी:  इस प्रोजेक्ट में संसद की नई बिल्डिंग बनेगी, प्रधानमंत्री और उप-राष्ट्रपति ने नए आवास बनेंगे। नया सेंट्रल सेक्रेटेरिएट बनेगा जिसमें सरकार के सभी मंत्रालय और उनके ऑफिस शिफ्ट होंगे। 1911 में किंग जॉर्ज पंचम ने भारत की राजधानी कलकत्ता से दिल्ली शिफ्ट करने का ऐलान किया।इसकेलिए जरुरी इमारते विनिर्माण का